विश्लेषण : सेना की 'अग्निपथ' भर्ती योजना

भारत की तीनों सेनाओं में भर्ती को लेकर नया फार्मूला 'अग्निपथ' को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए लांच किया। आइए जानते हैं क्या है 'अग्निपथ' योजना

अग्निपथ योजना क्यों?

सरकार ने कहा है कि इस योजना से सशस्त्र बलों में युवा और अनुभवी कर्मियों के बीच बेहतर संतुलन और तकनीकी रूप से दक्ष युद्ध बल होगा। इससे भारतीय सशस्‍त्र बलों की औसत आयु में लगभग 4-5 वर्षों की कमी आएगी। जिससे रक्षा बलों के खर्च और आयु प्रोफाइल को कम करने में मदद मिलेगी। सरकार का दावा है कि यह योजना आत्मनिर्भर भारत के लिए एक परिवर्तनकारी योजना है।

क्या है 'अग्निपथ' योजना ?

इस योजना के तहत 17 साल 6 महीने से 21 साल के युवाओं को पहले के तरह ही रैली भर्ती और परीक्षा के जरिए सेना में चार सालों के लिए भर्ती किया जाएगा। इस योजना के तहत भर्ती सेनाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा। चार साल के बाद प्रत्येक बैच से परफॉर्मेंस के आधार पर 25 प्रतिशत 'अग्निवीर' को सेना के रेगुलर कैडर में शामिल कर स्थाई कर दिया जाएगा, जबकि बाकी को वापस घर भेज दिया जाएगा।

शहीद या घायल होने पर क्या?

अगर कोई 'अग्निवीर' देश सेवा करते हुए शहीद हो जाते हैं उनके लिए 48 लाख की मुआवजा राशि दिया जाएगा। सेवा निधि के अलावा बची हुई सेवाकाल का सैलरी भी जवान के परिवार को दिया जाएगा। वहीं देश सेवा करते हुए अगर कोई जवान शारीरिक रूप से दिव्यांग हो जाते हैं तो उनको दिव्यांगता के प्रतिशत के अनुसार 15 लाख से 44 लाख रुपए तक का मुआवजा दिया जाएगा।

कितना मिलेगा वेतन :-

'अग्निपथ' योजना के तहत भर्ती 'अग्निवीर' को 30 हजार से 40 हजार तक का मासिक पैकेज वेतन रहेगा। पहले महीने में वेतन 30000 है वहीं दूसरे, तीसरे और चौथे साल क्रमशः 33000, 36500 और 40000 मासिक पैकेज वेतन मिलेगा। इसी वेतन में से 30 प्रतिशत काटकर 'सेवा निधि' में जमा किया जाएगा। जैसे पहले महीने में 30 हजार वेतन है तो इसमें से 30 प्रतिशत यानी 9 हजार रुपया 'सेवा निधि' में जमा हो जाएंगे। इस तरह से पहले साल इन हैंड सैलरी 21 हजार प्रति महीना मिलेगी।

चार साल बाद अगर कोई भी 'अग्निवीर' सिविल सोसाइटी में वॉलिंटियर के रूप काम करना चाहते हैं तो उसमें इस प्रमाण पत्र को यूनिक रिज्यूम के रूप में गिना जाएगा।

क्या पेंशन मिलेगा?

इन 'अग्निवीरों' को पेंशन और मैच्योरिटी की सुविधा नहीं मिलेगी, लेकिन इस अवधि के दौरान सभी प्रकार के रिस्क और हार्डशिप, ड्रेस, ट्रैवेल और राशन अलाउंस मिलेगा। चार साल पूरा होने के बाद सभी अग्निवीर को 'सेवा निधि' के तहत एकमुश्त 11.71 लाख रुपए और सेवा प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।

क्या है 'सेवा निधि' :-

सेवा निधि NPS ( न्यू पेंशन स्कीम) तरह का पैकेज बनाया है। जिसमें मासिक वेतन का 30 प्रतिशत सरकार और 30 प्रतिशत 'अग्निवीर' जमा करेंगे। चार साल में लगभग 5-5 लाख सरकार और 'अग्निवीर' द्वारा 'सेवा निधि' में जमा होगा। चार साल बाद उसी जमा राशि को ब्याज के साथ एकमुश्त 'अग्निवीर' को 11.71 लाख का पैकेज दिया जाएगा। यह राशि इनकम टैक्स से मुक्त होगी।

प्रेस रिलीज के मुताबिक इस योजना के तहत इस साल 46 हजार 'अग्निवीर' को भर्ती किया जाएगा। इसके लिए सेना भर्ती रैली 90 दिनों के अंदर फिर से शुरू किया जाएगा। इससे पहले कोरोना महामारी के कारण पिछले 3 साल से सेना की भर्ती नहीं हुई है। जिसके कारण देश के विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं में रोष देखा गया। कई सांसद और राजनीतिक दलों ने सेना में फिर से भर्ती के लिए सरकार को पत्र भी लिखा था।

अगले डेढ़ साल में 10 लाख युवाओं को नौकरी : पीएम मोदी

इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मंत्रालय और विभागों की समीक्षा कर निर्देश दिया कि अगले डेढ़ साल में सरकार मिशन मोड में 10 लाख रिक्त पदों पर भर्ती करेगी। लेकिन यह भर्ती कॉन्ट्रैक्ट बेसिस होगा या 'अग्निपथ' जैसे अल्पकालिक या स्थायी इसकी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।

Write a comment ...

Write a comment ...